वॉयस ऑफ ए टू जेड न्यूज:-शिवली थाना क्षेत्र में पुलिस कस्टडी में युवक की मौत के मामले में पोस्टमार्टम रिपोर्ट से नया खुलासा हुआ है। रिपोर्ट के अनुसार, युवक को बेरहमी से पीटा गया था। उसके शरीर पर 22 चोटें मिली हैं। बता दें कि देर रात पोस्टमार्टम के बाद मृतक के परिजनों ने शव नहीं उठाया है। साथ ही, अंतिम संस्कार करने से भी मना कर दिया है।
कानपुर देहात में व्यापारी चंद्रभान सिंह से हुई लूट व थाने में उनके भतीजे बलवंत सिंह की मौत के मामले में पुलिस की बर्बरता सामने आई है। पुलिस ने कस्टडी में उसकी जमकर पिटाई की है, जिससे उसके शरीर पर 22 चोटें मिली हैं। साथ ही, जगह-जगह नीले और काले निशान पड़े मिले हैं। बता दें कि शिवली थाना क्षेत्र में बीते दिन हुई लूट की घटना में पुलिस ने देर रात लालपुर सरैया निवासी बालवंत सिंह (27) को उठाया था। उस समय बलवंत अपनी पिकअप से रनियां की एक फैक्टरी से चोकर खेप लेकर वापस लौट रहा था। पुलिस ने उसके साथ मौजूद चचेरे भाई गुड्डू को धमका कर भगा दिया था। मंगलवार को पूरे दिन गहमागहमी के बाद पांच पुलिस कर्मियों व डॉक्टर पर हत्या की रिपोर्ट दर्ज की गई थी। एसपी ने तबीयत बिगड़ने से मौत की बात कही थी। हालांकि पूरे मामले में पांच पुलिस कर्मियों और एक डॉक्टर पर हत्या की रिपोर्ट दर्ज की गई। एक इंस्पेक्टर समेत 11 पुलिस कर्मी निलंबित किए गए हैं।
बलवंत के शरीर पर मिलीं 22 चोटें
कानपुर में देर रात पोस्टमार्टम कराया गया। इसमें बलवंत के शरीर पर 22 चोटें पाई गईं हैं। मंगलवार देर रात शव लेकर परिजन गांव पहुंचे, तो कोहराम मच गया। पूरी रात परिजनों की रोने बिलखने की आवाजें गूंजती रही। बुधवार को सुबह शव का अंतिम संस्कार करने से परिजनों ने इनकार कर दिया।
उन्होंने मांग रखी की सीएम योगी आदित्यनाथ गांव आएं। आरोपी पुलिस कर्मियों की गिरफ्तारी की जाए। मृतक की पत्नी को सरकारी नौकरी और मां और पिता को भरण पोषण के लिए एक करोड़ रुपये की सहायता राशि दी जाए। इसके साथ ही सुनियोजित हत्या पर रिटायर्ड जज की देखरेख वाली कमेटी से जांच की मांग की।
एडीएम प्रशासन और एएसपी को यह मांग पत्र दिया गया। इसके बाद करीब साढ़े ग्यारह बजे डीएम नेहा जैन व एसपी सुनीति लालपुर सरैया गांव पहुंची और बंद कमरे में परिजनों से वार्ता शुरू की। फिलहाल परिजन अपनी मांग पर अड़े हैं।
मृतक के परिजनों को चार लाख का चेक और नौकरी का आश्वासन
बता दें कि मृतक के परिजनों से सांसद देवेंद्र सिंह भोले भी पहुंचे। परिजनों का चार लाख रुपये देने और नौकरी का आश्वासन दिया गया है। वहीं, माहौल की संवेदनशीलता को लेकर गांव में कई एसडीएम और कई थाना का पुलिस बल तैनात है। गांव के बाहर पीएससी बल की तैनाती की गई है